दिव्यांगों को उद्यमिता से आत्मनिर्भर बनाने वाले मल्लिकार्जुना को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)विकसित भारत के निर्माण में दिव्यांगों के आर्थिक योगदान को बढ़ावा देने के लिए दिव्यांग उद्यमियों के नेटवर्क की स्थापना करने वाले आइडिया के संस्थापक एवं सीईओ मल्लिकार्जुना आईथा को राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के दौरान सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन श्रेणी में प्रदान किया गया. जिसमें मल्लिकार्जुना को इन्क्लूसिव दिव्यांगजन एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन (IDEA) के जरिए हज़ारों दिव्यांगजनों को आर्थिक उत्थान के साथ साथ देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाले उद्यमियों के रूप में स्थापित कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए इस सम्मान से नवाजा गया.

मल्लिकार्जुना आईथा के नेतृत्व में, आइडिया संस्था ने पिछले 4 सालों में देश के 10 राज्यों में 1,200 से अधिक दिव्यांग उद्यमियों को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसमें 33 फीसदी दिव्यांग महिलाएँ शामिल हैं, और इन उद्यमियों ने 2500 से ज्यादा लोगों को अपने उद्यम में रोजगार प्रदान किया है. पिछले वित्तीय वर्ष में, 500 उद्यमियों ने अपने बिजनेस के ₹60 करोड़ से अधिक के सालाना कारोबार के जरिए देश की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दिया। IDEA दिव्यांगों के लिए एक समृद्ध और सशक्त उद्यमिता इकोसिस्टम बनाने का कार्य कर रही है, जिसमें दिव्यांगजनों को स्वरोजगार प्रारम्भ करने के लिए प्रशिक्षण, बाजार से जुड़ाव, एक्सपर्ट मेंटरशिप और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

दो दशकों से समाज सेवा में समर्पित मल्लिकार्जुना आईथा का उद्देश्य देश के दिव्यांगजनों को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि उन्हें समाज के हर क्षेत्र में एक सम्मानजनक स्थान दिलाना भी है। दिव्यांगजन खुद ही आर्थिक रूप से सशक्त नहीं बन रहे बल्कि आइडिया से जुड़कर वे समाज को रोजगार दे रहे हैं और देश की जीडीपी में योगदान भी दे रहे हैं. राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर उन्होंने कहा, “यह सम्मान एक बड़ी जिम्मेदारी के साथ आता है। मेरा मिशन दिव्यांगों को न केवल भारत की आर्थिक वृद्धि का हिस्सा बनाना है, बल्कि उन्हें उसकी दिशा को आगे बढ़ाने में मदद करना है। विकसित भारत के निर्माण में दिव्यांगों का बढ़-चढ़कर आर्थिक योगदान सुनिश्चित हो और एक समावेशी आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो.”

मल्लिकार्जुना आयथा को पहले भी कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, जिनमें दिल्ली सरकार द्वारा दिव्यांग उद्यमिता में उत्कृष्टता के लिए दिया गया राज्य पुरस्कार शामिल है। उनका कार्य स्वरोजगार के माध्यम से दिव्यांगों को सशक्त करने के साथ-साथ भारत के “विकसित भारत” के विजन में योगदान कर रहा है।

आगामी वर्षों में, आइडिया का उद्देश्य 5,000 दिव्यांग उद्यमियों को प्रशिक्षित कर ₹1500 करोड़ का कारोबार स्थापित करना और उस उद्यम से 10,000 लोगों को रोजगार देने का है। IDEA के माध्यम से, दिव्यांगजन भारत को दुनिया की समावेशी राजधानी बनाने की दिशा में निरंतर काम कर रहे हैं, और दिव्यांगों के लिए उद्यमिता और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा दे रहे हैं।

मल्लिकार्जुना आयथा देश में एक ऐसे दिव्यांग उद्यमियों के नेटवर्क की स्थापना में समर्पित हैं जिनके जरिए दिव्यांगों को भारत की आर्थिक वृद्धि में योगदान देने वाले महत्वपूर्ण समुदाय के रूप में स्थापित किया जा सके।