सीलमपुर की जनता के अब भी काम आ रहे है पूर्व विधायक , दुकानों को सील होने से बचाया

पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद और चौधरी जुबैर अहमद के हस्तक्षेप से दुकानें सील करने आए अधिकारीयों को वापस लौटना पड़ा।

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)उत्तर-पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में दुकानें सील करने का मामला सामने आता रहता है।आज जाफराबाद रोड़ नम्बर 66 पर उस समय अफरा तफरी मच गई जब हाउस टैक्स न जमा करने पर दर्जनों अधिकारी पुलिस फ़ोर्स के साथ दुकान और मकान सील करने पहुंचे।जैसी ही ये खबर आम लोगो तक पहुंची सैकड़ों की तादाद में लोग जमा हो गए जिसमे समाज सेवी, इलाके के माननीय लोग और राजनीतिक लोग शामिल थे।

सील लगने की खबर जब पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद और बाबरपुर ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी जुबैर अहमद को पता चली वो भी मौके पर पहुंचे, तथा जब तक एक ही व्यक्ति की तीन दुकानें सील कर दी गई थीं,लेकिन चौधरी मतीन अहमद और चौधरी ज़ुबैर अहमद ने बाकी दुकानों को सील होने से बचा लिया।बाकी दुकानें जो सील की गई है उनकी सील दो या तीन दिनों में खोल दी जाएंगी। बताया जा रहा है कि आज करीब 70 से 80 दुकानों को सील करने की योजना थी और उन्हें विभाग की ओर से कई बार नोटिस भी दिया गया था।

चौधरी ज़ुबैर अहमद ने बताया कि सील करने के लिए लगभग 30 या 35 अधिकारी और 50 से अधिक पुलिसकर्मी आए थे लेकिन उन्हें बेरंग वापस भेज दिया गया।उन्होंने कहा कि टैक्स चाहे चाहे मार्शल हो या घरेलू साल भर का बहुत ज्यादा नहीं होता।उसके बाद भी हमारे लोग लापरवाही बरतते हैं, जिससे थोड़ी बहुत परेशानी होती है। हमारी कोशिश रहती है कि घरों और दुकानों को सील न किया जाए,यही वजह है कि जैसे ही हमे खबर मिलती है हम पहुंच कर सील रुकवाने की कोशिश करते है और हमे कामयाबी भी मिलती है। हम दुकान मालिकों से अनुरोध करते हैं कि वे इन समस्याओं से बचने के लिए समय-समय पर टैक्स जमा करते रहें जिसकी जानकारी सोशल मीडिया और मस्जिदों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जाती है।

उन्होंने कहा कि इस से पहले भी हमने दो तीन बार अपने दफ़्तर पर भी हाउस टैक्स जमा करने का कैम्प लगाया है जिसका लोगो ने फ़ायदा भी उठाया है।इस मौके पर बब्बू भाई, सैयद नासिर जावेद, नौमान अंसारी, मिर्जा शौकिन, शाहिद चौधरी, अल्ताफ इदरीसी, राशिद मलिक, आरिफ, शाहिद, शमीम, रईस, साजिद, महिपाल,अतहर आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।