दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा किसरकारी अस्पतालों में डाक्टरों, विशेषज्ञों सहित मेडिकल और प्रशासनिक स्टाफ के 38000 पद खाली है,कर्मचारियों की भारी कमी के कारण अस्पतालों, डिस्पेंरियों, आशा किरण होम आदि की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त होने के कारण दिल्ली की जनता का इलाज नही हो रहा है।
नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते डेंगू और एमपॉक्स के मामलों के कारण अस्पतालों में बढ़ते भीड़ के इलाज को सुनिश्चित करने की जगह स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज प्रतिदिन जनता से जुड़े विषयों पर प्रेस वार्ता करके अपनी लाचार हालत और असमर्थता दिखाकर दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे है। केजरीवाल सरकार के मंत्री चरमरा चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए अस्पतालों में 38000 पदों को भर्ती प्रक्रिया को शुरु करने से पहले ही अपनी नाकामी को उपराज्यपाल पर थोप रहे है, जबकि उपराज्यपाल दिल्ली सरकार के मंत्री पर आरोप लगा रहे है कि मंत्री अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम साबित हुए है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की जनता की समस्याओं का हल निकालने की जगह दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के प्रशासनिक अधिकारों की लड़ाई और उन्हें क्रियान्वन करने की भूमिका में अधिकारियों का पेच इस कदर फंस रहा है कि दिल्ली की जनता दो पाटो के बीच पिस रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से भाजपा और आम आदमी पार्टी की नूरा कुश्ती से चल रही है। आखिर भाजपा और आप पार्टी के नेता चाहते है, क्या उन्हें अपने राजनीतिक स्वार्थ और दिल्ली में अपने पैर जमाने की लड़ाई के अलावा जनता के प्रति उनका कोई दायित्व नही है। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार अपने अधिकारों की लड़ाई को छोड़कर दिल्ली की जनता के हितों को साधकर प्रशासनिक निर्णयों को अंजाम दें।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों, विशेषज्ञों सहित मेडिकल और प्रशासनिक स्टाफ के 38000 पद खाली है, जिनमें डाक्टरों के 30 प्रतिशत पद खाली है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की भारी कमी के कारण अस्पतालों, डिस्पेंरियों, आशा किरण होम आदि की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त होने के कारण दिल्ली की जनता का इलाज नही हो रहा ह। उन्होंने कहा कि मंत्री बयानबाजी तो करते है परंतु अस्पतालों का भ्रमण करके वहां की वास्तविक स्थिति का जायजा नही लेते। शायद अधिक विभागों के दायित्व के कारण भारद्वाज अपने कर्तव्य को सही तरह से निर्वहन नही कर पा रहे है क्योंकि जल भराव से बढ़ती परेशानी के कारण मरते लोगों के विषय पर चुप्पी साध लेते है। मंत्री महोदय ने जहां रि पदों को भरने की प्रक्रिया को शुरु नही किया वहीं नवनिर्माण अस्पतालों के लिए नए बेड, ऑपरेशन थियेटर के आंतरिक डिजाइन और उपकरण खरीदने के लिए बजट तक आवंटित करने की दिशा में कोई प्रयास किया।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पताल दिल्ली में बढ़ते डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या सहित एमपॉक्स के बढ़ते मामलों से चिंतित केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताई है जिस पर दिल्ली सरकार पूरी तरह लापरवाही बरत रही है। उन्होंने कहा कि मौहल्ला क्लीनिक दुरस्त रखने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार हर बार आपातकाल जैसी स्थिति पर दिल्ली वालों का इलाज करने हमेशा नाकाम साबित होती है क्योंकि दिल्ली का स्वास्थ्य ढांचा ध्वस्त हो चुका है।