अंबेडकर विश्वविद्यालय में एबीवीपी का प्रदर्शन, प्रशासन को 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्र लंबे समय से खराब बुनियादी ढांचे से परेशान हैं,प्रशासनिक अनियमितताओं, सोसायटी स्थापित करने के लिए स्वायत्तता की कमी और प्लेसमेंट सेल और प्रयोगशालाओं की कमी ने छात्रों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली ने आज विभिन्न मांगों को लेकर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्रों के साथ विरोध प्रदर्शन किया और प्रबंधन को 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। जिसकी मुख्य मांगों में 2022 बैच के छात्रों के लिए एनईपी और एफवाईयूपी का लागू करना, वाम दलों के छात्र संगठनों पर पाबंदी, अटल इन्क्यूबेशन सेंटर (एआईसी) की पूर्ण कार्यप्रणाली, प्लेसमेंट सेल की बहाली, कक्षाओं का उचित संचालन, पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं आदि शामिल थी।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने एबीवीपी की मांगों को स्वीकार कर लिया और छात्रों को आश्वासन दिया कि सितंबर महीने तक उनकी शिकायतों का समाधान कर दिया जाएगा।

एबीवीपीएयूडी के अध्यक्ष प्रिंस पांडे ने कहा कि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्र लंबे समय से खराब बुनियादी ढांचे से परेशान हैं,प्रशासनिक अनियमितताओं, सोसायटी स्थापित करने के लिए स्वायत्तता की कमी और प्लेसमेंट सेल और प्रयोगशालाओं की कमी ने छात्रों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

आज एबीवीपी ने प्रदर्शन कर प्रबंधन तक छात्रों के पक्ष में आवाज उठाई है. प्रबंधन ने हमें आश्वासन दिया है कि वे सितंबर के अंत तक मुद्दों को हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।

एबीवीपीएयूडी के सचिव ओम सिंह ने कहा कि वाम दलों के छात्र संगठनों के व्यवहार से कैंपस का माहौल प्रभावित हुआ है, इसलिए उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।