यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ इंडिया (यूएमआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद खालिद नदवी ग़ाज़ीपुरी ने कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाकर हमेशा चुनावी मोड में रहना केंद्र सरकार का मशगला बन चूका है
नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो)यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ इंडिया (यूएमआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद खालिद नदवी ग़ाज़ीपुरी ने वक्फ अधिनियम में संशोधन, मोदी सरकार के फैसले को दुर्भावनापूर्ण और मुसलमानों पर अत्याचार करने वाला और मुसलमानों की संपत्तियों को हड़पने वाला कदम बताया।उन्होंने कहा कि आज देश का मुसलमान पिछड़ेपन के दौर से गुजर रहा हैं, उन्हें पिछड़ेपन से छुटकारा दिलाने की बजाय उनकी वक्फ़ संपत्तियों को हड़प कर उन्हें गरीबी और अंधकार में धकेलने की कोशिश की जा रही है और ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार ऐसा करके मुसलमानों की मदद नहीं बल्कि मुसलमानों को निशाना बना कर एक बार फिर से अपनी चुनावी रोटी सेकना चाह रही है.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाकर हमेशा चुनावी मोड में रहना केंद्र सरकार का मशगला बन चूका है.जबकि सर्कार को बेहतर शासन और प्रत्येक नागरिक के लिए समान विकास और कल्याण का प्रोजेक्ट पेश करना चाहिए। मौलाना खालिद नदवी ने आगे कहा कि मोदी सरकार द्वारा दिया गया ‘सब का साथ, सब का विकास और सब का विश्वास’ का नारा अल्पसंख्यकों के साथ जो व्यवहार किया जा रहा है, उसके उलट है. इसलिए सरकार को अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुसलमानों को निशाना नहीं बनाना चाहिए, बल्कि अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्गों के विश्वास को बहाल करने के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए और प्रस्तावित वक्फ अधिनियम संशोधन विधेयक को वापस लेकर मुसलमानों के पिछड़ेपन को दूर करने के उपाय करने चाहिए।