दिल्ली की गृहिणियां बजट से नाखुश

गृहिणियों ने कहा कि बजट में महिलाओं के लिए कुछ विशेष छूट नहीं दी. सोने-चांदी को सस्ता किया गया है, लेकिन किचिन के किसी भी सामान की कीमत को सस्ता नहीं किया गया,हर परिवार का बजट घर की रसोई पर निर्भर करता है।

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो) मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 पेश किया. वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण ने लगातार सातवीं बार बजट किया। वहीं देशभर की महिलाओं को बजट से काफी उम्मीदें थी. उधर राजधानी दिल्ली की महिलाओं को इस बजट से एक बार फिर निराशा हाथ लगी है.

दिल्ली की मेहनाज ने बताया कि में हर वर्ष बजट देखती हूं. अब भी पूरा बजट देखा. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी मोदी सरकार ने मिडिल क्लास महिलाओं के लिए कुछ विशेष छूट नहीं दी. सोने-चांदी को सस्ता किया गया है, लेकिन किचिन के किसी भी सामान की कीमत को सस्ता नहीं किया गया. हर परिवार का बजट घर की रसोई पर निर्भर करता है. सरकार को इस बात का ख्याल रखना चाहिए था कि सोने-चांदी को सस्ता करने के बजाय खाद्य पदार्थों में भी कमी लानी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि इस बार का बजट मध्यम वर्ग के लोगों और उच्च वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है

वहीं, रानी ने बताया कि इस बार भी मोदी सरकार अपने बजट में घरेलू महिलाओं को कुछ नहीं दिया. सब्जियों की कीमत को भी सस्ता नहीं किया गया. पहले बाजार में 5 किलो प्याज 100 रुपये की मिलती थी, अब वही प्याज़ 50 रुपए की एक किलो मिल रही है. सरकार ने वादा किया कि पेंशन बढ़ाई जाएंगी, तो इससे उन्हीं को लाभ मिलेगा, जिनको पेंशन मिलती है.

मीणा ने बताया कि आज के बजट से शहर में रहने वाली मिडिल क्लास महिलाओं को कुछ खास लाभ नहीं मिला है. मिडिल क्लास की महिलाओं को उम्मीद थी इस बार बजट में रसोई संबंधी सामनों को सस्ता किया जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सरकार ने मोबाइल, चार्जर आदि कई चीज़ों को सस्ता किया है. लेकिन इससे घरेलू महिलाओं को क्या फायदा. इसके बजाए सरकार को राशन सस्ता करना चाहिए था.