केंद्र सरकार का बजट किसान विरोधी है : डॉ नरेश कुमार

किसान नेता व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ नरेश कुमार ने कहा कि किसान चाहता था कि उसकी फसल पर जो लागत आती है उसे उसका दाम बढ़कर मिले और न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी हो मगर बजट में इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया है।

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो)किसान नेता व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. नरेश कुमार ने आज लोक सभा में पेश किए गए केंद्र सरकार के बजट को किसान विरोधी करार दिया है ।उन्होंने कहा कि इस बजट ने किसानों को निराश किया है क्योंकि इसमें ऐसा कोई भी ऐसा प्रावधान नहीं है जो देश के अन्न दाताओं की मांगों को पूरा करता प्रतीत होता है।

डॉ. कुमार ने यहां जारी एक बयान में बजट की निम्न बिंदुओ को लेकर आलोचना की है । उन्होंने कहा कि दिल्ली और देश का किसान चाहता था कि उसकी फसल पर जो लागत आती है उसे उसका दाम बढ़कर मिले और न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी हो,,मगर बजट में इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया है ।आज नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते है कि देश में किसानो की आत्म हत्याएं की घटनाएं बढ़ रही है। सरकार ने उनकी दशा को सुधारने में कोई खास प्रावधान नहीं किया है।

डॉ नरेश कुमार ने कहा कि दिल्ली में बहुत सारे किसान फूलों की खेती करते है जिस पर बजट में उनके लिए कुछ भी नहीं है ,साथ ही, दिल्ली का किसान सस्ते बीज, सस्ते खाद और सस्ते कीटनाशक की उम्मीद कर रहा था, पर इस बजट में उनके लिए कुछ नहीं था। किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 5 लाख रुपए तक बढ़ाई जाने की उम्मीद थी लेकिन यह सीमा नहीं बढ़ाई गई है।किसानों के कर्ज माफ करना तो दूर की बात रही , बजट में किसानो को सस्ते लोन की सुविधा तक नहीं दी गई है ।

डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि यह बहुत हास्यास्पद है कि इस बजट में प्राकृतिक खेती पर तो जोर दिया गया है लेकिन फसल की लागत पर कोई बात नहीं की गई जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि कृषि विकास दर 2021-22 में 4.7 प्रतिशत से घटकर 1.4 प्रतिशत रह गई। केंद्र सरकार ने देश के किसानों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है और यह बहुत दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि खेती करना अब दुष्कर होता जा रहा है।