प्रदर्शनकरियों ने कहा कि हम इस निंदनीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और दोषियों को खोजने और दंडित करने के लिए तत्काल जांच की मांग करते हैं
नई दिल्ली (नया भारत 24 ब्यूरो) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कावेरी छात्रावास की दीवार पर दलित विरोधी टिप्पणियाँ लिखे जाने के खिलाफ जेएनयूएस के नेतृत्व में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रदर्शनकरियों का आरोप था कि दलित विरोधी प्रचार के एक अन्य उदाहरण में कुछ आरएसएस कार्यकर्ताओं ने कावेरी छात्रावास की दीवारों पर दलित विरोधी बातें लिखी थीं ।
इन दीवारों पर ‘दलितों और चमारों हिंदुस्तान छोड़ो’ और ‘आरएसएस जिंदाबाद’ जैसे नारे लिखे हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ये नारे अन्य जातियों पर ब्राह्मणवादी वर्चस्व स्थापित करने का भी दावा करते हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम इस निंदनीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और दोषियों को खोजने और दंडित करने के लिए तत्काल जांच की मांग करते हैं ।
प्रदर्शनकरियों ने कहा कि हमने यह भी देखा है कि मार्च 2024 में जेएनयूएसयू चुनाव अभियान के दौरान एबीवीपी ने आईसा नेता कॉमरेड धनंजय की फटे कपड़ों में तस्वीरें प्रसारित कीं और जाति-आधारित नारे लिखे। उनकी यह तस्वीर अप्रैल 2022 में ली गई थी, जब कावेरी हॉस्टल के बाहर एबीवीपी के गुंडों ने उनकी पिटाई की थी, उन्हें अपमानित करने के लिए फोटो में बदलाव किया गया था और व्हाट्सएप ग्रुप में बार-बार आरक्षण विरोधी बयान लिखे जाने की बात सामने आई थी। इन सभी कृत्यों को सज़ा नहीं मिली है, जिससे उन्हें जेएनयू की दीवारों पर जातिवादी नारे लिखने के लिए पर्याप्त प्रेरणा मिली है। हम इन जातिवादी गुंडों के खिलाफ जेएनयू प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।