धन नेटवर्क – ‘दिव्यांगजन हुनर आत्मनिर्भर नेटवर्क से करोड़ों का कारोबार एवं हज़ारों को मिल रहा है रोज़गार

इस मेले में आइडिया के सहयोग से उद्यमी बने 20 से अधिक दिव्यांग उद्यमियों ने अपने स्टॉल लगाए और लाखों का कारोबार किया

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)देश में दिव्यांगों के विकास की दिशा और दशा दोनों बदल रही हैं, कभी कमजोर, मजबूर और हाथ फ़ैलाने वाले समझे जाने वाले दिव्यांग आज खुद बिजनेसमैन बन देश की जीडीपी में करोड़ों का योगदान दे रहे हैं. और ऐसे दिव्यांगों की संख्या एक दो या चार नहीं, बल्कि सैकड़ों में है. देश में प्रतिष्ठित बिजनेस नेटवर्क चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स की तरह ही दिव्यांगों का भी अपना बिजनेस नेटवर्क स्थापित होकर निरंतर आगे बढ़ रहा है- जिसका नाम है – धन नेटवर्क – ‘दिव्यांगजन हुनर आत्मनिर्भर नेटवर्क। इस नेटवर्क में महज 4 सालों में देश के 10 राज्यों के 1200 से अधिक दिव्यांगजन अपने लघु उद्यम से करोड़ों का व्यवसाय कर दूसरों को रोजगार दे रहे हैं.

इस नेटवर्क को बनाने के पीछे मजबूती से खड़ी है एक सामाजिक संस्था, जिसका नाम है – आइडिया यानि ‘इन्क्लूसिव दिव्यांगजन एंटरप्रन्योर एसोसिएशन’. आइडिया संस्था ने पिछले 4 सालों में देश के 10 राज्यों में 1,250 से अधिक दिव्यांग उद्यमियों को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसमें 33 फीसदी दिव्यांग महिलाएँ शामिल हैं. पिछले वित्तीय वर्ष में, एक हज़ार उद्यमियों ने अपने बिजनेस के जरिये ₹100 करोड़ से अधिक के सालाना कारोबार के साथ साथ 2500 से ज्यादा लोगों को अपने व्यवसाय में रोजगार प्रदान किया. IDEA दिव्यांगों के लिए एक समृद्ध और सशक्त उद्यमिता इकोसिस्टम बनाने का कार्य कर रही है, जिसमें दिव्यांगजनों को स्वरोजगार प्रारम्भ करने के लिए प्रशिक्षण, बाजार से जुड़ाव, एक्सपर्ट मेंटरशिप और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

आइडिया के संस्थापक एवं सीईओ मल्लिकार्जुना आयथा ने बताया कि “धन नेटवर्क के जरिये आइडिया देश में एक ऐसे दिव्यांग उद्यमियों के नेटवर्क की स्थापना कर रहा है जिनके जरिए दिव्यांगों को भारत की आर्थिक वृद्धि में योगदान देने वाले एक महत्वपूर्ण समुदाय के रूप में स्थापित किया जा सके। ताकि जब समाज दिव्यांग की ओर देखे तो उसे लेने वाला नहीं बल्कि देने वाले की नजर से देखे।” इसी माह आइडिया के संस्थापक एवं सीईओ मल्लिकार्जुना आईथा को देश के राष्ट्रपति द्वारा ‘राष्ट्रीय पुरस्कार 2024’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के दौरान सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन श्रेणी में प्रदान किया गया.

हाल ही में इण्डिया गेट पर लगे दिव्य कला मेले में आइडिया ने दिव्यांगों के आर्थिक उत्थान के साथ-साथ देश के समावेशी विकास के लिए “इन्क्लूसिव इंडिया” प्रोजेक्ट के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए. जिसमें ‘दिव्यांगजन हुनर आत्मनिर्भर नेटवर्क- DHAN नेटवर्क के दिल्ली चैप्टर के शुभारम्भ से लेकर दिव्यांग उद्यमियों के धन संवाद, कॉर्पोरेट और एनजीओ मीट, सहयोगी संस्थाओं की क्षमता वर्धन गतिविधियों सहित इण्डिया गेट से स्वावलम्बन यात्रा का शुभारम्भ भी किया गया।

इस मेले में आइडिया के सहयोग से उद्यमी बने 20 से अधिक दिव्यांग उद्यमियों ने अपने स्टॉल लगाए और लाखों का कारोबार किया। दिव्य कला मेले के आखिरी दिन आइडिया ने 46 दिव्यांगजनों को 25-25 हज़ार की अनुदान राशि देकर उनके स्वरोजगार की शुरुआत करवाई. दिल्ली और हरियाणा के विभिन्न जिलों से आए इन दिव्यांगजनों ने आइडिया के पांच दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण में भाग लिया था और अब आइडिया द्वारा प्रदान की गयी अनुदान राशि से सभी अपने छोटे छोटे व्यवसाय शुरू करेंगे। इसके साथ-साथ ‘दिव्यांगजन हुनर आत्मनिर्भर नेटवर्क- DHAN’ धन नेटवर्क के दिल्ली चैप्टर का शुभारम्भ भी मशहूर हेयरस्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने किया।

आगामी वर्षों में, आइडिया का उद्देश्य 5,000 दिव्यांग उद्यमियों को प्रशिक्षित कर ₹1500 करोड़ का कारोबार स्थापित करना और उस उद्यम से 10,000 लोगों को रोजगार देने का है। IDEA के माध्यम से, दिव्यांगजन भारत को दुनिया की समावेशी राजधानी बनाने की दिशा में निरंतर काम कर रहे हैं, और दिव्यांगों के लिए उद्यमिता और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा दे रहे हैं।