दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका, चौधरी मतीन अहमद ने हाथ का साथ छोड़ आप का दामन थामा

चौधरी मतीन ने कांग्रेस पर निशाना साधा कहा : में पार्टी में ही था लेकिन पिछले दिनों से राज्य नेतृत्व समेत किसी बड़े या छोटे नेता ने कोई संपर्क नहीं किया , दिल्ली में न्याय यात्रा चल रही है इस बीच भी मुझे नहीं बुलाया गया, इस लिए आज यह कदम उठाना पड़ा ।

आप मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद उनके घर जाकर पार्टी का पटका और टोपी पहनाई 

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो)दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के बड़े नेता और 5 बार विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए है।आप मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद उनके घर जाकर  पार्टी का पटका और टोपी पहनाई है।

आप में शामिल होने के बाद चौधरी मतीन अहमद ने कांग्रेस के राज्य नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि जुबैर के आप में शामिल होने के बाद भी मैं पार्टी में ही था लेकिन पिछले दिनों से राज्य नेतृत्व समेत किसी बड़े या छोटे नेता ने कोई संपर्क नहीं किया , दिल्ली में न्याय यात्रा चल रही है इस बीच भी मुझे नहीं बुलाया गया ।

उन्होंने कहा कि कृष्णा नगर जिला अध्यक्ष गुरचरण सिंह राजू ने भी पार्टी से नाराज होकर इस्तीफा देने की बात की थी लेकिन उनको राज्य नेतृत्व की तरफ से मनाया गया,पार्टी का बड़ा नेता होने के बाद भी मुझे नजर अंदाज किया गया।इस लिए आज मुझे यह कदम उठाना पड़ा।

गौरतलब है कि बीते दिनों चौधरी मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबैर अहमद और बहू शगुफ्ता चौधरी पहले ही आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके थे। चौधरी मतीन अहमद का आम आदमी पार्टी में शामिल होना पार्टी के लिए और भी बड़ा कदम माना जा रहा है, क्योंकि खासकर दिल्ली विधानसभा चुनाव के दृष्टिकोण से यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान साबित हो सकता है।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मतीन अहमद को पार्टी में शामिल करने के लिए खुद उनके घर जाकर उन्हें आमंत्रित किया। इस मौके पर दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन भी मौजूद थे। अरविंद केजरीवाल के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया कि मतीन अहमद के परिवार को आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से टिकट मिलने की संभावना है।

यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका है, क्योंकि मतीन अहमद जैसे बड़े नेता का पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में जाना दिल्ली में कांग्रेस की स्थिति को कमजोर कर सकता है। मतीन अहमद का सीलमपुर सीट पर प्रभाव और उनका लंबे समय तक विधायक रहना कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण नुकसान साबित हो सकता है, खासकर जब पार्टी आगामी चुनावों के लिए अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।