एपीसीआर ने देश में बुलडोजर कार्रवाई की हालिया घटनाओं पर फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट जारी की

रिपोर्ट में कहा गया केवल बदले की राजनीति चलते मुस्लिम घरों को बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है ,बुलडोजर कार्रवाई की चर्चा में हर्ष मंदर ,वजाहत हबीबुल्लाह ,प्रोफेसर मनोज झा ने इस कार्रवाई को अवैध बताया: कहा कि कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो किसी के घर को ध्वस्त करने की सजा देता है ,ये खेल सिर्फ वोट पाने के लिए खेला जा रहा है।

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो) एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (एपीसीआर) द्वारा देश भर में चल रहे बुलडोजर कार्रवाई पर आज प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एक फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें कहा गया है कि देश भर में बुलडोजर के तहत केवल मुस्लिम के घरों को बदले की राजनीति के चलते निशाना बनाया जा रहा है। इस मौके पर उदयपुर में सांप्रदायिक दंगों के बाद राशिद खान के मकान और मध्य प्रदेश के छतरपुर में कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली के बंगले पर बुलडोजर कार्रवाई पर फैक्ट फाइंडिंग टीमों ने विभिन्न तथ्यों पर प्रकाश डाला।

उदयपुर फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य एडवोकेट मुजम्मिल रिजवी और एडवोकेट हुजैफा ने कहा कि सिर्फ दो समुदायों के बच्चों के बीच चाकूबाजी की घटना हुई थी, जिसे जानबूझ कर सांप्रदायिक रंग दिया गया और एक भीड़ में लोगों पर हमला करने की कोशिश की ,उनकी दुकानों को नुकसान पहुँचाया गया, भीड़ के साथ पुलिस भी पीछे थी , उन्होंने कहा कि चाकूबाजी के आरोपी नाबालिग बच्चे के पिता सलीम खान के घर पर 17 अगस्त को नोटिस चिपका दिया गया जहाँ वह किराए पर रहता थे और उस घर के मालिक राशिद खान थे,जिसने प्रशासन से गुहार लगाई कि मेरा घर न तोड़ा जाए, लेकिन प्रशासन ने बदले की राजनीती के दबाव के चलते इनकी एक नहीं सुनी और महज 2 घंटे में घर ढहा दिया ,रिपोर्ट में कहा गया है कि नगर निगम ने घर से समान तक निकालने का समय नहीं दिया।

मध्य प्रदेश फैक्ट-फाइंडिंग टीम के सदस्य जावेद अख्तर ने कहा कि 21 अगस्त को लोग शांतिपूर्वक पैगंबर इस्लाम के खिलाफ बयान देने वाले आरोपी पर एफएफआई दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे जहां पुलिस ने कहा कि हम जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई करेंगे, लेकिन इसी बीच कहीं से पथराव हो गया, जिसका पुलिस को पता भी नहीं चला कि यह किसने किया, लेकिन फिर भी इसका आरोप एफआईआर दर्ज कराने आए लोगो पर लगाया गया,सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया, फिर भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप हाजी शहजाद अली पर लगाकर उनके बंगले को अवैध घोषित कर ध्वस्त कर दिया गया, वहां लोगो ने बताया कि ये 6 साल से बन रहा था, इससे पूर्व ये अवैध क्यों नहीं था।

फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य प्रैस वार्ता करते हुए

इस मौके पर ‘बुलडोजर कार्रवाई’ पर भी चर्चा हुई जिसमें मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर ने कहा कि बुलडोजर कार्रवाई हर युग में हुई है, पहले गरीबों के घरों को निशाना बनाया जाता था लेकिन आज की बुलडोजर कार्रवाई के तहत लोकतंत्र पर हमला करके एक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, बीजेपी शासित राज्यों में ऐसा ज्यादा हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में ऐसा कोई कानून नहीं है कि अगर कोई अपराध करता है तो उसका घर तोड़ दिया जाये।उन्होंने कहा कि हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए क्योंकि कल आपके घर के सामने बुलडोजर खड़ा हो सकता है।

पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह ने बुलडोजर कार्रवाई को अवैध बताया और कहा कि पिछली सरकारें और प्रशासन यह सुनिश्चित करने की कोशिश करती थीं कि हर समुदाय के लोग देश के नागरिक हैं, इनके साथ किसी तरह का भेदभाव न हों, लेकिन आज सब कुछ बदल गया है जिसपर में गहरी चिंता व्यक्त करता हूं, आज देश में यह साबित किया जा रहा है कि देश के 20 प्रतिशत लोग इस देश के नागरिक नहीं हैं और इसके तहत बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है, यह खेल केवल वोट पाने के लिए खेला जा रहा है।

सांसद प्रोफेसर मनोज झा ने कहा कि बुलडोजर से सिर्फ मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है, आईपीसी और नये न्याय कानून के किसी भी कानून में बुलडोजर का प्रावधान नहीं है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके खिलाफ चुप नहीं रहना चाहिए और आवाज उठानी चाहिए।

एपीसीआर के नदीम खान ने कहा कि हमने बुलडोजर कार्रवाई पर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है और 2 सितंबर, 2024 (सोमवार) को मामले की सुनवाई है। वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने इस मामले पर मुख्यधारा मीडिया पर बात कि और कहा कि मुख्यधारा मीडिया खुद बुलडोजर पर बैठा हुआ है जो सरकार की कठपुतली के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने बुलडोजर कार्रवाई पर विपक्षी दलों पर भी हमला किया और कहा की विपक्षी दल इस मामले पर खुल कर नही बोल रहे है, जब कांग्रेस के नेता के घर पर बुलडोजर चला तब जा कर कांग्रेस को इसपर बोलना पड़ा।