प्रदर्शनकारियों ने मोमिता देवनाथ के लिए न्याय सुनश्चित करने की मांग की , न्यायमूर्ति वर्मा की सिफारिशों पर काम करने वाली समितियों को सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
नई दिल्ली (नया भारत 24 ब्यूरो) ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के बैनर तले कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में दुष्कर्म और हत्या की शिकार छात्रा मोमिता देवनाथ को न्याय दिलाने और महिलाओं की सुरक्षा की मांग के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की कला संकाय( आर्ट्स फैकल्टी)में मार्च निकाला गय,जिसमें सैकड़ों छात्र शामिल हुए।इस मौके पर प्रदर्शनकारी हाथों में विरोध नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थे और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठा रहे थे।

सभा को संबोधित करते हुए कॉमरेड अनन्या ने कहा कि बलात्कार अत्यधिक राजनीतिक है और इसे केवल राजनीतिक समाधानों के माध्यम से ही निपटा जा सकता है। पूर्व जेएनयूएसयू अध्यक्ष और ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता कॉमरेड सुचिता डी ने सभी कार्यस्थलों पर लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने दोहराया कि बलात्कार जुनून का अपराध नहीं है, यह शक्ति का अपराध है, वह शक्ति जो पुरुषों के पास कार्यस्थल और घर पर महिलाओं पर होती है। उन्होंने कहा कि बलात्कार की यह संस्कृति आधी से अधिक आबादी के साथ अमानवीय व्यवहार पर आधारित है, उन्होंने लिंग आधारित हिंसा के किसी भी रूप से निपटने के लिए न्यायमूर्ति वर्मा की सिफारिशों पर काम करने वाली समितियों को सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

कॉमरेड तन्वी ने विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में लगातार लिंग आधारित हिंसा पर प्रकाश डाला और बताया कि इस गंभीर अन्याय को खत्म करने के लिए कोई तंत्र नहीं है। उन्होंने बताया कि कैसे राजनीति में शक्तिशाली पुरुष, प्रज्वल रेवन्नाऔर बृज भूषण, अपनी राजनीतिक संबद्धता के कारण जो चाहें करने की स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं, महिलाओं के यौन उत्पीड़न के बावजूद इस सरकार ने उन्हें अपने घरों से बाहर जाने के लिए मजबूर किया है। आइसा कोलकाता बलात्कार पीड़िता के लिए न्याय सुनिश्चित करने की अपनी मांग पर कायम है और नैतिक पुलिसिंग, कर्फ्यू के घंटे, पीड़ित को दोषी ठहराने और बलात्कार संस्कृति को समाप्त करने का आह्वान करती है।