एक्सचेंज फॉर मीडिया ग्रुप ने राष्ट्रीय स्तर पर 40 उर्दू पत्रकारों को सम्मानित किया

इंकलाब से फजील अहमद, वसी उर रहमान उस्मानी, मोहम्मद दरियाबादी,कौमी आवाज से मोहम्मद तस्लीम समेत 36 पत्रकारों को सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वाले 40 पत्रकार

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो)एक्सचेंज फॉर मीडिया ग्रुप के तत्वावधान में नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में ‘ जश्न ए सहाफत’ शीर्षक से एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर 40 उर्दू पत्रकारों को उनकी पत्रकारिता सेवाओं के लिए (उर्दू जर्नलिज्म 40 अंडर 40 अवार्ड) से समानित किया गया ।

इस मौके पर भारत सरकार के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरेशी, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बाघेल और पूर्व केंद्रीय मंत्री और नवनिर्वाचित रइंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर अध्यक्ष के सलमान खुर्शीद विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

उद्घाटन भाषण देते हुए एसवाई कुरेशी ने उर्दू भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक्सचेंज फॉर मीडिया ग्रुप की सराहना की और अध्यक्ष अनुराग बत्रा, वरिष्ठ संपादक रोहेल अमीन को बधाई दी। उन्होंने माना कि उर्दू भाषा के पाठकों की संख्या में थोड़ी कमी आई, लेकिन दूसरी ओर गैर-मुस्लिम जो उर्दू की सेवा कर रहे हैं, इससे उर्दू भाषा को और अधिक विकास मिल रहा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने पत्रकारिता महोत्सव के आयोजन की सराहना की और कहा कि उर्दू धर्म की भाषा नहीं है बल्कि यह गंगा जमनी तहजीब की भाषा है ,भारत की आजादी में उर्दू भाषा ने अहम भूमिका निभाई है और इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। सलमान खुर्शीद ने कहा कि कोई भी भाषा, जब तक लोग उससे प्यार करते रहेंगे, कभी खत्म नहीं हो सकती।

केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बाघेल ने उर्दू भाषा को बहुत ही मीठी भाषा बताया और कहा कि उर्दू एक ऐसी भाषा है जिसे बोलना, लिखना और पढ़ना नहीं जानने वालों को भी इसे सुनने में मजा आता है।

इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य शाहिद सिद्दीकी और पूर्व राजदूत एवं पूर्व सांसद मीम अफजल ने भी उर्दू पत्रकारिता पर चर्चा की।

इससे पहले विभिन्न सत्र आयोजित किए गए जिनमें पद्मश्री प्रोफेसर अख्तरुल वासे ,इंकलाब के स्थानीय संपादक डॉ. यामीन अंसारी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनवर आलम पाशा, जामिया हमदर्द के प्रोफेसर फरहत बसीर खान, डॉ. हरीश भल्ला , अंब्रीन खान, आयशा देहरा, डॉ. शफी अयूब, सुधीर मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार भूपिंदर चौबे, सलाम टीवी के संपादक तारिक फरीदी आदि ने उर्दू पत्रकारिता पर चर्चा की।

वरिष्ठ पत्रकार डॉ. खालिद रज़ा खान और एक्सचेंज फोर मीडिया के वरिष्ठ संपादक रुहेल अमीन ने विभिन्न सत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ,मशहूर शायर मोईन शादाब और कशफ़ी शमाएल ने निज़ामत की ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई।

गौरतलब है कि पुरस्कार के 40 विजेताओं में से 3 पुरस्कार इंकलाब को दिए गए, जिसमें दिल्ली से रिपोर्टर फ़ज़ील अहमद, वसी उर रहमान उस्मानी और लेआउट डिजाइनर मोहम्मद दरियाबादी को सम्मानित किया गया।

इसके अलावा कौमी आवाज से जुड़े मोहम्मद तस्लीम, सलाम टीवी से इरम खान, भारत एक्सप्रेस से निसार अहमद, रहमत कलीम और अन्य के नाम उल्लेखनीय हैं।