वामपंथी दलों का फिलिस्तीन के समर्थन और इजराइल के नरसंहार के खिलाफ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियो ने इजराइल के नरसंहार की कड़ी निंदा की ،भारत सरकार से हस्तक्षेप करके इजराइल की मदद न करने की मांग ।

प्रदर्शनकारी फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो) फिलिस्तीन के समर्थन में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हुए विभिन्न वामपंथी दलों ने आज फिलिस्तीन के साथ एकजुटता व्यक्त की और इजरायल द्वारा उनकी भूमि और फिलिस्तीनी लोगों के नरसंहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल), एआईएफबी और आरएसपी की राज्य समिति के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता प्रोफेसर दिनेश वार्ष्णेय, सचिव सीपीआई दिल्ली राज्य परिषद और राष्ट्रीय परिषद सदस्य सीपीआई, डॉ राजीव कुंवर, सहायक सचिव सीपीआईएम दिल्ली राज्य,रबी रॉय पोलित ब्यूरो सदस्य सीपीआई(एमएल), धर्मेंद्र कुमार वर्मा सचिव एआइएफबी ने की।

“प्रदर्शनकारियों को वक्ता के रूप में कामरेड डी. राजा, महासचिव,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और  सीपीआई(एम) की पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड वृंदा करात ने संबोधित किया”

डी राजा में संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार को तुरंत इजरायल से हथियार खरीदना बंद कर देना चाहिए साथ ही इजरायल को कोई भी सहायता भेजना बंद कर देना चाहिए। इजरायल फिलिस्तीन में नरसंहार कर रहा है। इजरायल के हमले में 40000 से अधिक बच्चे मारे गए। फिलिस्तीनी भूख से मर रहे हैं। इजरायल युद्ध अपराध और फिलिस्तीनी लोगों को अंतर्राष्ट्रीय सहायता में अमानवीय रुकावटें डाल रहा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संगठन को इजरायल को एक अंतर्राष्ट्रीय रंगभेद राज्य घोषित करना चाहिए।

सीपीआई(एम) की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने संबोधित करते हुए इजरायल की फिलिस्तीनी जनता पर हमले की कड़ी निंदा की और मांग की कि भारत सरकार को तुरंत इजरायल की मदद करना बंद कर देना चाहिए। भारत हमेशा से फिलिस्तीन का मित्र था और है।

रबी रॉय पोलित ब्यूरो सदस्य सीपीआई(एमएल), धर्मेंद्र कुमार वर्मा सचिव एआईएफबी ने भी संबोधित किया। प्रोफेसर जीन ड्रेज अर्थशास्त्री ने भी संबोधित किया। इसे छात्र और युवा नेताओं जैसे दिनेश श्रीरंगराज एआईएसएफ महासचिव,सुखजिंदर महेश्वरी अध्यक्ष एआईवाईएफ और एसएफआई, डीवाईएफआई, आइसा के नेताओं ने भी संबोधित किया।