नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)दिल्ली को दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुगम्य और समावेशी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए ‘सुगम्य दिल्ली अभियान’ की औपचारिक शुरुआत की गई। यह अभियान केंद्र सरकार के ‘सुगम्य भारत मिशन’ की भावना को आगे बढ़ाते हुए ग्लोबल एक्सेसिबिलिटी अवेयरनेस डे (GAAD) के अवसर पर शुरू किया गया।
इस लॉन्च इवेंट का आयोजन मुख्य आयुक्त (दिव्यांगजन) कार्यालय, द्वारका में किया गया, जहां 100 से अधिक एक्सेसिबिलिटी विशेषज्ञों, सामाजिक संगठनों, CSR प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
सुगम्य द्वारका से दिल्ली तक
यह अभियान ‘सुगम्य द्वारका अभियान’ की सफलता के बाद अगला चरण है। मात्र 15 दिनों में द्वारका क्षेत्र के 70 से अधिक भवनों, मॉल, स्कूलों, कॉलेजों, बस स्टॉप और पार्कों का एक्सेसिबिलिटी मूल्यांकन किया गया था। इसमें 500 से अधिक विशेषज्ञों और स्वयंसेवकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
IDEA कर रहा है अभियान की अगुवाई
इस जनांदोलन का नेतृत्व इन्क्लूसिव दिव्यांगजन एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन (IDEA) कर रहा है, जिसकी स्थापना राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता श्री मल्लिकार्जुन आइथा ने की थी। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कहा:
> “यदि भारत को विश्वगुरु बनना है, तो दिव्यांगजनों को नेतृत्व देने का अवसर देना होगा। एक्सेसिबिलिटी अब केवल नीति नहीं, जनांदोलन बनना चाहिए।”
IDEA अब तक 1500 से अधिक दिव्यांगजनों को उद्यमी बना चुका है और 5000+ से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ चुका है।
राजनीतिक और प्रशासनिक समर्थन
कार्यक्रम में दक्षिण पश्चिम दिल्ली की सांसद श्रीमती कमलजीत सेहरावत ‘पर्पल एंबेसडर’ के रूप में शामिल हुईं और उन्होंने IDEA को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने कहा:
> “अब हर नागरिक को अपने आस-पास की बाधाओं को हटाने की पहल करनी होगी। यह केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, सामाजिक जिम्मेदारी भी है।”
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) के सचिव श्री राजेश अग्रवाल और दिव्यांगजन आयुक्त डॉ. एस. गोविंदराज ने भी इस पहल की सराहना की और हर स्तर पर सहयोग का आश्वासन दिया।
नई पहलें: एक्सेसिबिलिटी को मिलेगा नया आयाम
अभियान के तहत दो प्रमुख पहलों का भी उद्घाटन किया गया:
पर्पल बिल्डिंग सर्टिफिकेशन स्कीम – AMTZ, ICMR और IDEA द्वारा विकसित यह योजना भवनों को सार्वभौमिक डिज़ाइन मानकों के अनुरूप सर्टिफाई करेगी।
इवेंट्स के लिए एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस – आयोजकों को समावेशी कार्यक्रम आयोजित करने में मार्गदर्शन देने के लिए ये दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
दिल्ली को बनाना है दिव्यांगजनों के लिए मॉडल राजधानी
‘सुगम्य दिल्ली अभियान’ अब एक समग्र जनांदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें सरकार, समाज और बाजार तीनों की भागीदारी है। IDEA ने सभी नागरिकों, संगठनों और संस्थानों से आह्वान किया है कि वे इस अभियान से जुड़ें और दिल्ली को दिव्यांगजनों के लिए एक वास्तविक समावेशी राजधानी बनाने में योगदान दें।