यूनानी डॉक्टरों की नियुक्ति को लेकर दिल्ली में अहम बैठक, एमसीडी पर सौतेले व्यवहार का आरोप

एमसीडी में यूनानी डॉक्टरों की भारी कमी, तिब्बी संस्थाओं की एकजुट मांग – जल्द हो नियुक्ति

नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो)राजधानी दिल्ली में यूनानी चिकित्सा व्यवस्था की बदहाल स्थिति को लेकर चिकित्सा विशेषज्ञों और यूनानी डॉक्टरों ने गंभीर चिंता जताई है। जॉइंट एक्शन कमेटी फॉर प्रमोशन ऑफ यूनानी मेडिसिन की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के दरियागंज स्थित कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ यूनानी चिकित्सक हकीम एस.पी. भटनागर ने की।

बैठक में मुख्य रूप से एमसीडी (नगर निगम दिल्ली) के अंतर्गत आने वाले यूनानी दवाखानों की स्थिति और डॉक्टरों की कमी पर गंभीर चर्चा हुई। हकीम एस.पी. भटनागर ने कहा कि एमसीडी के अधीन कुल 33 यूनानी डिस्पेंसरी हैं, लेकिन सिर्फ 17 डॉक्टर कार्यरत हैं, जिनमें से सिर्फ दो स्थायी पद पर हैं, जबकि बाकी संविदा पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इसे यूनानी चिकित्सा पद्धति के साथ “सौतेला व्यवहार” बताते हुए खेद प्रकट किया।

हकीम भटनागर ने यह भी चेतावनी दी कि, “यदि समय रहते यूनानी डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की गई, तो इन दवाखानों के एलोपैथी या आयुर्वेद में विलय का खतरा बढ़ जाएगा, जो न केवल यूनानी चिकित्सा के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है, बल्कि जनता की स्वास्थ्य सेवाओं से भी अन्याय होगा।”

बैठक में आयुष विभाग से मांग की गई कि एमसीडी में यूनानी डॉक्टरों और कम्पाउंडरों की शीघ्र नियुक्ति की जाए, क्योंकि कम्पाउंडरों के अनेक पद लंबे समय से रिक्त हैं।

बैठक में देश की कई प्रतिष्ठित यूनानी और तिब्बी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिनमें शामिल थे:

  • ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस
  • ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कॉन्फ्रेंस
  • ऑल इंडिया तिब्बी वैदिक डॉक्टर्स एसोसिएशन
  • ऑल इंडिया यूनानी एवं आयुर्वेदिक डॉक्टर्स एसोसिएशन
  • इस्लाही हेल्थकेयर फाउंडेशन
  • अंजुमन फरोग़-ए-तिब दिल्ली
  • हकीम अजमल खान यूथ ब्रिगेड
  • ग्लोबल यूनानी मेडिसिन एंड रिसर्च फाउंडेशन

बैठक में कई प्रमुख डॉक्टरों और यूनानी विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए, जिनमें डॉ. सैयद अहमद खान, तेज लाल भारती, डॉ. सलीम इकबाल, डॉ. शकील अहमद, डॉ. फारूक हसन, डॉ. खुर्शीद आलम, डॉ. संजय, डॉ. मोइनुद्दीन, और हकीम आफताब आलम प्रमुख रहे।

बैठक के समापन पर ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के महासचिव डॉ. सैयद अहमद खान ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए यूनानी चिकित्सा के हित में एकजुट होकर संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।

यह बैठक यूनानी चिकित्सा को दिल्ली में उसका वाजिब स्थान दिलाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में इसकी बहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।