विश्व यूनानी चिकित्सा विज्ञान दिवस की तैयारियां ज़ोरों पर

हमें नेक इरादे से काम करना चाहिए, तभी हम अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं: डॉ. सैयद अहमद खान

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)मसीह उल मुल्क हकीम अजमल खान की जयंती के मौके पर हर साल 12 फरवरी के दिन विश्व यूनानी चिकित्सा विज्ञान दिवस मनाया जाता है।इसी दिन हर साल ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस द्वारा एक भव्य समारोह का आयोजन भी किया जाता है। इस वर्ष 12 फरवरी 2025 को नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक समारोह आयोजित होने जा रहा है जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं।

इसी संबंध में ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस फार्मेसी विंग की ओर से एक बैठक दरियागंज में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हकीम अरबाबुद्दीन (एमडी,सदर दवा खाना और सदर लेबोर्टिज ने की।बैठक की शुरुआत फार्मेसी विंग के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. उजैर बकाई द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई जबकि स्टेज का संचालन डॉ. शकील अहमद ने किया।

समारोह की तैयारियों पर प्रकाश डालते हुए हकीम नईम रजा ने कहा कि मसीह उल मुल्क हाफिज हकीम अजमल खान न केवल एक माहिर ए तिब थे,बल्कि राजनीतिक नेता, स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् भी थे।उनकी शख्सियत हम सब के लिए कामयाबी का मार्ग है। हकीम अजमल खान के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस का प्रत्येक सदस्य अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभा रहा है।उन्होंने कहा कि 12 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और जो कमियां रह गई हैं, उन्हें पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में देश भर के प्रसिद्ध डॉक्टर और हकीम अपने अनुभव और यूनानी चिकित्सा के लाभों को दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगे ताकि यूनानी पैथी की खूबियां हर खास और आम तक पहुंच सके।

ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के महासचिव डॉ. सैयद अहमद खान ने कहा कि किसी भी संगठन का गठन व्यवस्थित तरीके से काम करने के उद्देश्य से किया जाता है और सभी लोगों को काम बांटा जाता है।उन्होंने कहा कि हमें नेक इरादे से काम करना चाहिए, तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। डॉ. सैयद अहमद खान ने कहा कि मुझे उम्मीद है जिन लोगों को विश्व यूनानी चिकित्सा विज्ञान दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है, वे हमेशा की तरह इस बार भी पूरी लगन से अपनी ज़िम्मेदारी अदा करेंगे।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि तिब्बी कांग्रेस के सभी लोगों की मेहनत से हम बड़े पैमाने पर लगातार 100 निःशुल्क यूनानी चिकित्सा शिविर आयोजित करने में सफल हो पाए हैं और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

इस अवसर पर यूनानी की ख़िदमात के लिए हकीम एसपी भटनागर को मोमेटों देकर सम्मानित किया गया।एसपी भटनागर ने कहा कि यूनानी पैथी ने हर युग में लोगों को लाभ पहुंचाया है, लेकिन मौजूदा दौर में सरकार को जिस गति से यूनानी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए काम करना था वो नहीं हो पा रहा है जो काफी चिंता जनक है।जिसके लिए ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के सभी साथी, विशेषकर डॉ. सैयद अहमद खान, समय-समय पर यूनानी की समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं और खुशी की बात यह है कि इसका समाधान भी होता है।बैठक में अपनी बात रखते हुए हकीम अरबाबुद्दीन ने कहा कि 12 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई है, जिसके लिए मैं डॉ. उजैर बकाई और उनके सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करता हूं,वे हर काम सलाह मशवरे के अनुसार करते हैं।

यह बैठक डॉ. हकीम उजैर बाकई के शुक्रिया के साथ समाप्त हुई। प्रमुख प्रतिभागियों में हकीम अरबाबुद्दीन, हकीम सैयद अहमद खान, डॉ. शकील अहमद, डॉ. उजैर बकाई, डॉ. एहसान अहमद सिद्दीकी, डॉ. गयासुद्दीन सिद्दीकी, डॉ. मिर्जा आसिफ बेग, डॉ. अतहर महमूद, डॉ. फहीम मलिक,डॉ अरशद गयास,हकीम एस.पी. भटनागर, हकीम मुहम्मद मुर्तजा देहलवी, हकीम आफताब आलम, मुहम्मद नौशाद (औलिया) के नाम उल्लेखनीय हैं।