इमामों के वेतन का जारी करने के लिए उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार से मांग

 

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ इंडिया ने दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले दिल्ली वक्फ बोर्ड के 240 इमाम और मोआज्जिन को पिछले 17 महीनों से वेतन नहीं मिलने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। यूएमआई महासचिव डॉ सैयद अहमद खान ने कहा है कि इस मामले में राजनीति बिल्कुल नहीं होनी चाहिए बल्कि सहानुभूति व्यक्त करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार को इमामों के वेतन को जारी करने में राजनीति से ऊपर उठकर प्रयास करना चाहिए।

डॉ खान ने कहा कि दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड में 240 के करीब इमाम और मोअज्जिन जोकि दिल्ली वक्फ़ बोर्ड के तहत आने वाली मस्जिदों में अपनी सेवाएं देते हैं। महंगाई के इस दौर में उनके वेतन भी काफी कम है। फिर भी वह अपनी सेवाएं मुस्तादी से निभाते आ रहे हैं। पिछले 17 महीना से वेतन नहीं मिलने के बावजूद भी वह अपनी सेवाएं बदस्तूर जारी रखे हुए है। उनका कहना है कि इमाम और मोअज्जिन वेतन नहीं मिलने की वजह से काफी परेशान हैं और उनके हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। उनके रोजमर्रा के खर्च यहाँ तक की बच्चों की स्कूल आदि की फीस भी जमा नही हो पा रही है।उन्होंने कहा कि अपने वेतन को लेकर के वह दरबदर भटक रहे हैं।

पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर का दो बार चक्कर लगाया है मगर अरविंद केजरीवाल ने उनसे मिलना भी गवारा नहीं किया है। जबकि उनके कार्यालय ने अरविंद केजरीवाल से मिलने का समय भी तय किया था। उन्होंने कहा कि इमामों का नातो कोई बड़ा नेता है और नाही कोई संगठन है जिसकी वजह से कोई भी उन्हें इस्तेमाल कर लेता है। उन्हें वेतन दिलाने के नाम पर महज राजनीति हो रही है।इमाम राजनीतिक दलों की ओछी राजनीति का शिकार हो रहे हैं।जबकि वह जो मुकद्दस कार्य को अंजाम दे रहे हैं उसको लेकर उनकी इज्जत और एतराम होना चाहिए।

डॉ खान ने दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार से इस मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इमामों के वेतन को जारी करने के लिए जल्द से जल्द प्रयास किए जाने की मांग की है।