आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल के पत्र लिखकर इस्तीफा की घोषणा की, कहा पार्टी ने सत्ता की राजनीति में उलझकर मुसलमानों के अधिकारों को नजरअंदाज किया।
नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क) सीलमपुर के विधायक अब्दुल रहमान ने आज आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।उन्होंने इंटरनेट मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट लिखकर इस्तीफे की घोषणा की है , साथ ही आम मुखिया अरविन्द केजरीवाल को लिखा गया इस्तीफा पत्र भी पोस्ट किया है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने अब्दुल रहमान का टिकट काट कर हाल ही में पार्टी में शामिल हुए चौधरी मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबैर अहमद को टिकट दिया है। अब्दुल रहमान चौधरी जुबैर अहमद के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की बाद से पार्टी से नाराज चल रहे थे और कयास लगाए जा रहे थे कि वो जल्द आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देंगे। सूत्रों के मुताबिक अब्दुल रहमान आज या कल कांग्रेस में शामिल होंगे।
अब्दुल रहमान ने पार्टी मुखिया अरविन्द केजरीवाल के इस्तीफा पत्र में लिखा है कि मैं अब्दुल रहमान, विधायक, सीलमपुर विधानसभा, आज भारी मन से आम आदमी पार्टी की सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय ले रहा हूं। यह निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन पार्टी के नेतृत्व और नीतियों में जिस तरह से मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों की उपेक्षा की गई है, उसके बाद यह मेरा नैतिक कर्तव्य बन गया है।
पत्र में लिखा कि पार्टी की स्थापना के समय मैंने इसे एक ऐसी पार्टी माना था, जो धर्म, जाति, और समुदाय से ऊपर उठकर जनता की सेवा करेगी। लेकिन बीते वर्षों में आम आदमी पार्टी ने बार-बार यह साबित किया है कि वह केवल वोट बैंक की राजनीति करती है और जब किसी समुदाय के अधिकारों की रक्षा की बात आती है, तो पार्टी चुप्पी साध लेती है।दिल्ली दंगों के दौरान आपकी सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक रहा। दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए न कोई ठोस कदम उठाए गए, न ही कोई सहानुभूति प्रकट की गई।
दंगों में झूठे आरोपों में फंसाए गए हमारे साथी ताहिर हुसैन को न सिर्फ पार्टी से निष्कासित किया गया, बल्कि उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया.।दिल्ली मरकज़ और मौलाना साद को कोरोना महामारी के दौरान निशाना बनाया गया। पार्टी ने इस मामले पर न तो कोई रुख अपनाया और न ही मुसलमानों के खिलाफ किए गए भ्रामक प्रचार का खंडन किया। हाल ही में, संबल दंगों जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आपने एक द्वीट तक करना जरूरी नहीं समझा।
पार्टी का दावा था कि वह ईमानदार और पारदर्शी राजनीति करेगी, लेकिन आज वह भी अन्य दलों की तरह सत्ता की राजनीति में उलझ चुकी है।महसूस कराया।मुसलमानों के मुद्दों पर आपकी चुप्पी और बेरुखी ने मुझे और मेरे समुदाय को बार-बार ठगा हुआ,पार्टी का नेतृत्व अब जनता के बजाय अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को प्राथमिकता दे रहा है।
मैं सीलमपुर की जनता के लिए काम करता रहूंगा और उनके अधिकारों और हकों के लिए संघर्ष करूंगा।मैं जल्द ही अपनी राजनीतिक दिशा और आगामी कदमों की घोषणा करूंगा।मेरा मकसद हमेशा जनता की सेवा करना और उनके अधिकारों की रक्षा करना रहेगा।
आम आदमी पार्टी ने न केवल मेरे जैसे नेताओं को ठगा, बल्कि उन लोगों को भी निराश किया, जिन्होंने आप पर भरोसा किया था। मेरा यह इस्तीफा उन लोगों की आवाज़ बनकर रहेगा, जिन्हें पार्टी ने अनदेखा किया और उनका हक छीनने का प्रयास किया।