शहीद भगत सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल के विरुद्ध मालवीय नगर थाने के बाहर छात्रों का विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क) शहीद भगत सिंह कॉलेज( एसबीएससी)के छात्रों ने आज एक बार फिर अनुसूचित जाति के छात्र के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने के आरोप में प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मालवीय नगर थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पुलिस स्टेशन पर एकत्र हुए, जिन्होंने एसबीएससी के प्रिंसिपल अरुण अत्री के खिलाफ विरोध दर्ज किया और उनपर जाति आधारित टिप्पणी और सुमित पर मारपीट के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की। गौरतलब है कि छात्र संगठन पहले भी मालवीय नगर थाने पर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
प्रदर्शनकारीयों को संबोधित करते हुए एसएफआई दिल्ली राज्य समिति के सदस्य अनिल सेथु माधवन ने कहा कि वंचित छात्रों के लिए आज विश्वविद्यालयों में उनके विरुद्ध माहौल है, उन्हें शैक्षणिक स्थानों में भेदभाव का सामना करना पड़ता है और अक्सर आरक्षण, छात्रवृत्ति और मानसिक स्वास्थ्य जैसे आवश्यक आरक्षण से वंचित किया जाता है। अनिल ने यह भी खुलासा किया कि सुमित को सौंपा गया आईओ पूरी तरह से गैर-जिम्मेदार रहा है। छात्र संगठन के लगातार दबाव के बावजूद पुलिस ने झूठे वादों के अलावा कुछ नहीं किया है.
एसएफआई दिल्ली के उपाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी ने इस तरह के अन्याय के खिलाफ निरंतर संघर्ष पर जोर दिया और कहा कि जब तक नफरत अभियान को बढ़ावा देने वाले लोग परिसर में रहेंगे तब तक ऐसे अत्याचार जारी रहेंगे ,लेकिन जब तक हमारे परिसरों में लोकतांत्रिक आवाजें उठेंगी, जो छात्रों के मुद्दों को उठाती हैं और उनके खिलाफ लड़ती हैं,तब तक नफरत करने वाले अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे, हम अपनी लड़ाई तब तक जारी रखेंगे जब तक अरुण अत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हो जाती।