देश की अखंडता को चुनौती देने वाले असामाजिक तत्वों पर प्रधानमंत्री से लगाम लगाएं:यूएमाई

महासचिव डॉ सैयद अहमद खान कहा कि देश में अमन चैन बनाए रखने के लिए पूरी ताकत के साथ 1991 के धर्म स्थल कानून को लागू किया जाए।

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ़ इंडिया ने देश में आपसी भाईचारा व देश की एकता और अखंडता को चुनौती देने वाले असामाजिक तत्वों की नापाक हरकतों पर चिंता जताई है। यूएमआई के महासचिव डॉ सैयद अहमद खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की अपील करते हुए कहा कि वह राष्ट्र की गरिमा और शांति को भंग करने वाले असामाजिक तत्वों को काबू में करने की योजना बनाएं।

डॉ सैयद अहमद खान ने कहा कि हाल के दिनों में बनारस की ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा की शाही ईदगाह, संभल की जामा मस्जिद, बदायूं की जमा मस्जिद, दरगाह अजमेर शरीफ और अब दिल्ली की शाही जामा मस्जिद को निशाना बनाते हुए गैर जिम्मेदाराना तौर पर असामाजिक तत्वों के जरिए गेर जिम्मेदाराना कदम उठाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि देश को अराजकता की तरफ धकेलने वाली शक्तियों से और देश की अखंडता, एकता और शांति को भंग करने वालों के खिलाफ भारत सरकार की तरफ से आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। क्योंकि गौ हत्या के नाम पर अखलाक की माबलिंचिंग के बाद लगातार हिंदी भाषी राज्यों में उपद्रवी और असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद होते जा रहे है और अब वह निचली अदालत को अपने भर्म जाल में फंसा कर जनहित का भी नुकसान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हजारों कैस पहले से ही अदालत में पेंडिंग पड़े हुए हैं ऐसे में विशेष रूप से भारत सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह देश में अमन चैन बनाए रखने के लिए पूरी ताकत के साथ 1991 के धर्म स्थल कानून को लागू करने का प्रयास करे।