इस मौके पर छात्रों की महत्वपूर्ण मांगों पर जोर दिया गया,एसएफआई का चुनाव घोषणापत्र भी जारी किया गया
नई दिल्ली (नया भारत 24 डेस्क) दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के मद्देनजर आज स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के बैनर तले डीयू की आर्ट्स फैकल्टी में ‘छात्र अधिकार रैली’ का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों की अहम मांगों पर जोर दिया गया एसएफआई का चुनावी घोषणापत्र भी जारी किया गया।इस मौक़े पर सैंकड़ों छात्रों ने भाग लिया।
इस मौके पर जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज (मॉर्निंग) छात्र संघ की पूर्व महासचिव अनामिका ने कहा कि डीयू के छात्र पैसे की ताकत से मूर्ख नहीं बनेंगे और एक समावेशी और किफायती परिसर के अपने अधिकार के लिए कड़ा संघर्ष करेंगे।
एसएफआई नेता और कानून संकाय की छात्रा स्नेहा अग्रवाल ने कहा कि एबीवीपी, एनएसयूआई के नेतृत्व वाले अक्षम डूसू को तुरंत बदलने की जरूरत है ताकि हिंसा की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर हमारे परिसर में और उसके आसपास कोई लैंगिक भेदभाव न हो। एसएफआई के रूप में हमने लगातार भेदभाव-मुक्त परिसर की वकालत की है और हम अपने विश्वविद्यालय में महिलाओं और छात्रों के लिए लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे।
बीएससी शिवाजी कॉलेज के छात्र देब दत्ता चटर्जी ने अनिवार्य उपस्थिति नीति जैसी छात्र विरोधी नीतियों को चुनौती देने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि हमने देखा है कि कैसे अनिवार्य उपस्थिति नीति ने छात्रों पर अधिक दबाव डालने का काम किया है जो छात्रों की पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों को प्रभावित कर रहे हैं। एसएफआई ने एफवाईयूपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और हम सभी छात्रों के लिए बेहतर पाठ्यक्रम विकसित करने के अलावा अनावश्यक उपस्थिति नीति को हटाने की वकालत करना जारी रखेंगे।