इस्लाम के पैगंबर पर महाराष्ट्र के एक महंत की बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी पर एफआईआर दर्ज करवाना चाहते थे मुस्लिम,पुलिस थाने पर हमले के आरोप में 150 लोग गिरफ्तार ,46 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज,150 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया।
भोपाल(ऑनलाइन डेस्क)इस्लाम के पैगंबर पर महाराष्ट्र के एक महंत की बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देशभर में विरोध और प्रदर्शन हो रहे हैं। महंत के खिलाफ कई राज्यों में एफआईआर दर्ज की गई है , इस मामले पर मध्य प्रदेश के सागर डिवीजन के छतरपुर में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे मुस्लिमों को पहले तो पुलिस ने बहाना बनाकर टालने की कोशिश की, लेकिन जब मुस्लिम एफआईआर दर्ज कराने पर अड़े रहे तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया , जिससे नाराज होकर वहां मौजूद भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया।
रिपोर्ट्स में आरोप लगाया जा रहा है कि सांप्रदायिक भीड़ ने इस हमले को अंजाम दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है, घायल थाना प्रभारी की हालत गंभीर बताई जा रही है , पुलिस ने इस सिलसिले में करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया है ,इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों की पहचान और गिरफ्तारी का सिलसिला अभी भी जारी है।
यह घटना बुधवार शाम की है ,इस दौरान एक संप्रदाय विशेष का प्रतिनिधि मंडल थाने पहुंचा, जो महाराष्ट्र के एक महंत द्वारा इस्लाम के पैगंबर पर की गई बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराना चाहते थे , ऐसी घटनाओं के बाद पुलिस की तत्परता देखने को मिलती है और संप्रदाय विशेष के खिलाफ सबसे पहले उनके घरों को बुलडोजर से ढहाया जाता है ,इस घटना में भी पुलिस प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और बुलडोजर कार्रवाई की।
हिंसा के आरोपी शहजाद हाजी के बंगले पर बुलडोजर चला दिया गया है. उन पर पुलिस स्टेशन पर पथराव करने वाली भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप था। पुलिस ने इस मामले में 46 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है, इसके अलावा 150 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है.
जब पुलिस ने कथित तौर पर मुसलमानों द्वारा की गई मांगों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, तो स्थिति बद से बदतर होती चली गई और अंततः एक बड़ी घटना घट गई। तमाम कोशिशों के बाद भी जब बेकाबू भीड़ नहीं रुकी तो पुलिस ने हवाई फायरिंग की ,घटना की सूचना मिलने पर कलेक्टर पार्थ जयसवाल और एसपी अगम जैन अस्पताल पहुंचे, इधर, पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें कुछ महिलाएं भी हैं।
घटना के बाद पुलिस ने दावा किया कि करीब 600,700 लोग थाने के बाहर जमा हो गए थे. वे महंत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे. पुलिस का दावा है कि अचानक दूसरी तरफ से पथराव शुरू हो गया।डीआइजी ललित शाकिया ने मीडिया को बताया कि लोगों की भीड़ ज्ञापन सौंपने आयी थी, जिनका कहना था कि उनके धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की गई है ,संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाए।