दिल्ली में डॉक्टरों की हड़ताल आठवें दिन भी जारी

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के बाहर मुफ्त ओपीडी सेवाएं प्रदान कीं, मांगे पूरी होने तक हड़ताल, प्रदर्शन जारी रखने का फैसला।

नई दिल्ली (नया भारत 24 ब्यूरो) कोलकाता के सरकारी मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में डॉक्टरों की हड़ताल आज आठवें दिन भी जारी है, स्वस्थ मंत्रालय के सामने वाली सड़क पर निर्माण भवन में डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं जहां आज एम्स दिल्ली सहित अन्य अस्पतालों के डॉक्टरों ने मुफ्त ओपीडी सेवाएं प्रदान की हैं।

वहीं प्रदर्शन के दौरान अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी, सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर विरोध स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं।वहीं डॉक्टरों की तरफ से मेडिसिन, स्त्री रोग, सर्जरी, बाल रोग, नेत्र विज्ञान, हड्डी रोग सहित लगभग 36 प्रकार की मुफ्त ओपीडी सेवाएं प्रदान की गईं।इसके अलावा, सभी आरडीए के साथ बैठक के बाद, सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (सीपीए) एक्शन कमेटी ने अपनी मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन और हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है।

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि जब तक हमें केंद्रीय सुरक्षा कानून के जरिए अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक वे सड़क पर ओपीडी सेवाएं देंगे. इसी सिलसिले में आज दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के हजारों डॉक्टरों ने दिल्ली के निर्माण भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और केंद्रीय संरक्षण अधिनियम लागू करने की मांग की. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि जब तक यह कानून लागू नहीं हो जाता, हमारा विरोध जारी रहेगा।

गौरतलब है कि डॉक्टरों ने रविवार को कनॉट प्लेस के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से जागरूकता मार्च भी निकाला था। याद रहे कि दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर 12 अगस्त से हड़ताल पर हैं. इस बीच, अस्पतालों में ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी और लैब सेवाएं बंद हैं, जिसके कारण मरीजों को परेशानी हो रही है और वे बिना इलाज के घर लौट रहे हैं।