प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ नरेश कुमार ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पत्र लिख कर उनका ध्यान स्टेडियमों की जर्जर हालत की ओर दिलाया है,स्टेडियमों के बेहतर रखरखाव को सुनिश्चित करने की मांग
नई दिल्ली(नया भारत 24 ब्यूरो)दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉक्टर नरेश कुमार ने दिल्ली में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए स्टेडियमों की भारी दुर्दशा पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। इस कड़ी में उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक पत्र लिखकर उनका ध्यान राजधानी के स्टेडियमों की जर्जर हालत की ओर दिलाया है।उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से मांग की है कि सरकार दिल्ली में खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के मद्देनजर राजधानी के सभी स्टेडियमों के बेहतर रखरखाव को सुनिश्चित करे।
डॉ नरेश कुमार ने पेरिस में 26 जुलाई से होने जा रहे ओलम्पिक खेलों के शुभारंभ से ठीक पहले सरकार की अनदेखी के कारण दिल्ली में खेल कूद की गतिविधियों के प्रभावित होने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने अपने पत्र में जानकारी दी है कि ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे भारतीय दल के 117 खिलाड़ियों में चार, दिल्ली से ताल्लुक रखने वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें अमोज. जैकब, तूलिका मान, राजेश्वरी कुमारी और मनिका बत्रा के नाम शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली के अंदर स्टेडियम का रख-रखाव अच्छा होता और खिलाड़ियों को अन्य जरूरी सुविधाएं दी जाती, तो दिल्ली से और ज्यादा खिलाड़ी इस ओलंपिक में हिस्सा ले रहे होते।कांग्रेस नेता कुमार ने अपने पत्र में जिक्र किया है कि दिल्ली देहात के अंदर बहुत सारे स्टेडियम ऐसे हैं जिनके अंदर बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। और तो और पीने के पानी तक का इंतजाम नहीं है। उदाहरण के तौर पर सूरजमल स्टेडियम, जंगलीराम स्टेडिम, गैर गांव का स्टेडियम, नजफगढ़ स्टेडियम, पंजाबी बाग का लाला लाजपत राय स्टेडियम आदि के नाम लिए जा सकते हैं।
डॉ नरेश कुमार ने अपने पत्र में यह भी बताया है कि विभिन्न स्टेडियमों का तो बुरा हाल है ही, यहां जो कोच तैनात हैं, वे 15-20 साल से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे हैं। उनको रेगुलराइज नही किया गया है तथा उन्हें सैलरी भी समय पर नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि खिलाड़ियों को अच्छी डाइट मिले अच्छी सुविधा मिले, अच्छे कोच मिले। लेकिन यहां तो बिल्कुल ही उल्टी गंगा बह रही है। दिल्ली की खेल नीति बद से बदतर है। उन्होंने दिल्ली के पंजाबी बाग स्टेडियम का हवाला दिया और बताया कि 2005 में इस स्टेडियम की आधारशिला रखी गई है लेकिन आज तक उसमें एक भी ईट नहीं लगी है। यहां पर रामलीला और जन्माष्टमी के उत्सव तो होते हैं, खेलों के नाम पर कुछ नहीं होता है।
कांग्रेस नेता कुमार ने दिल्ली के उपराज्यपाल से निवेदन किया कि जल्द से जल्द इन स्टेडियमों का जीर्णोद्धार किया जाए ताकि दिल्ली के खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा खेलों में भाग ले सकें। उन्होंने यह भी अफसोस जताया की खेलों की सुविधा न होने के वजह से दिल्ली का युवा आज क्राइम की तरफ मुड़ रहा है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
डॉ. नरेश कुमार ने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी भारतीय 117 खिलाड़ियों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वे ज्यादा से ज्यादा पदक जीतकर अपने देश का और प्रदेश का नाम रौशन करेंगे। उन्होंने यह चिंता भी जाहिर की कि भारत सरकार द्वारा खेलो इंडिया स्कीम के तहत जो बजट एलोकेशन किया गया है उसमें भी भेदभाव किया जाता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि 2021-2022 के तहत गुजरात को 608 करोड़ रुपए और उत्तर प्रदेश को 503 करोड़ दिए गए, वहीं दिल्ली को कुल 89 करोड़ रुपए ही आवंटित किए गए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का भेदभाव उचित नहीं है।