वाम दलों के गठबंधन ने डूसू चुनाव के लिए कई कॉलेजों में कैंपेन किया

आइसा-एसएफआई के गठबंधन ने लॉ के तीनों सेंटर सहित डीयू के विभिन्न कॉलेजों में ज़ोर-ओ-शोर से प्रचार किया।

नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)वाम दलों के गठबंधन ने आज डूसू चुनाव के लिए कई कॉलेजों में कैंपेन किया है।इस कैंपेन के तहत नॉर्थ कैंपस के सभी कॉलेजों जिसमे खालसा कॉलेज, मिरांडा हाउस, रामजस कॉलेज, हंसराज कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, हिन्दू कॉलेज, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, लॉ के तीनों सेंटर सहित डीयू के विभिन्न कॉलेजों में ज़ोर-ओ-शोर से प्रचार किया गया।

वाम दलों को कहना है कि डीयू के छात्र डूसू चुनाव में हावी धन और बाहुबल की राजनीति के खिलाफ संघर्ष में एकजुट प्रगतिशील गठबंधन पर काफ़ी उत्साहित हैं।आइसा-एसएफआई का गठबंधन डीयू के छात्रों के सामने एबीवीपी के ग़ैर-अनुशासित और छात्र विरोधी राजनीति का असली विकल्प बनकर उभर रही है।

हालाँकि आज डूसू चुनाव प्रक्रिया में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है। कुछ कॉलेजों में प्रथम वर्ष के छात्रों को यह कहते हुए चुनाव लडने से रोक दिया गया है कि डूसू के केंद्रीय पैनल के लिए प्रथम वर्ष के छात्र योग्य नहीं है। जबकि डूसू के नियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। वहीं दूसरी ओर, कॉलेजों द्वारा अब तक छात्रों को आईडी कार्ड जारी नहीं किया गया है, जिसके कारण फ़ी स्लिप को ही छात्रों का असल पहचान बना दिया गया है।

कुछ कॉलेजों ने इस प्रक्रिया को भी अस्वीकार कर दिया है, जिस कारण छात्र चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने से वंचित हो रहे हैं। हमने मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय को पत्र लिखकर मांग की है कि नामांकन दाखिल करने के लिए आईडी कार्ड जारी करने की प्रक्रिया को पूरा करने और आईडी कार्ड के बदले शुल्क पर्ची की स्वीकार्यता के लिए तुरंत नोटिस जारी किया जाए। संभवतः कुछ कॉलेजों का यह कृत्य इस उद्देश्य से किया जाता है, ताकि उनके अपने पसंद के लोग छात्रसंघ एवं परिषदों में आ सकें। हम मांग करते हैं कि कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन हमारे छात्रसंघ चुनाव में अपनी निष्पक्ष भूमिका को सुनिश्चित करें।