एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद् का स्पष्ट मत है की मान्यता हेतु फार्मेसी कॉलेजों के उचित आधिकारिक निरीक्षण अति आवश्यक हैं।
नई दिल्ली(नया भारत 24 डेस्क)अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्(एबीवीपी)ने भेषजी परिषद् ( फार्मेसी कॉउन्सिल ऑफ़ इंडिया) को प्रभावी सुझाव देते हुए फॉर्मेसी कॉलेजों की मान्यता देने की प्रक्रिया को त्वरित करने एवं अतिशीघ्र फॉर्मेसी छात्रों की कॉउन्सिलिंग प्रारम्भ करने हेतु ज्ञापन सौंपा है। विद्यार्थी परिषद् का मानना है किसी भी प्रकार से फॉर्मेसी छात्रों के शैक्षिक वर्ष का नुकसान नहीं होना चाहिए, एवं अतिशीघ्र इस विषय पर उचित निर्णय लिया जाना चाहिए।इस सम्बन्ध में एबीवीपी ने चार प्रभावी सुझाव भी अपने ज्ञापन में दिए हैं।
ज्ञात हो कि प्रति वर्ष भेषजी परिषद् फार्मेसी कॉलेजों का निरीक्षण कर मान्यता प्रदान करता है। परंतु इस वर्ष यह प्रक्रिया विलम्ब से बहुत धीमी होने के कारण अभी कई कॉलेजों को मान्यता प्राप्त नहीं हो सकी है। जिस कारण छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया जो जुलाई माह में पूर्ण हो जानी चाहिए थी वह अबतक प्रारम्भ नहीं हो सकी है। जिस कारण से मेधावी फार्मेसी छात्र अपना शैक्षिक वर्ष सुरक्षित करने हेतु अन्य विषयों में प्रवेश लेने को मजबूर हैं।
इस सम्बन्ध में एबीवीपी ने भेषजी परिषद से चार बिंदुओं के अंतर्गत महत्वपूर्ण एवं प्रभावी सुझाव इंगित करते हुए फार्मेसी विद्यालयों की मान्यता देने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर घोषित करने, जिन विद्यालयों में मान्यता देने की प्रक्रिया पूर्ण हो गयी है अथवा उनमे पूर्व में मान्यता मिल चुकी है उनमे त्वरित रूप से अतिशीघ्र कॉउन्सिलिंग शुरू करने, एवं जिन नए कॉलेजों में मान्यता देने हेतु निरीक्षण प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई और 30 नवम्बर तक यह प्रक्रिया पूर्ण होनी है उनमे दो चरणों में कॉउन्सिलिंग प्रक्रिया प्रारम्भ करने की मांग की है।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद् का स्पष्ट मत है की मान्यता हेतु फार्मेसी कॉलेजों के उचित आधिकारिक निरीक्षण अति आवश्यक हैं। परन्तु इस सम्बन्ध में विलम्ब होने से छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया में देरी न होने पाए एवं उनका शैक्षिक सत्र का नुक़सान न होने पाए यह सुनिश्चित करने हेतु उचित निर्णय लेना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस सम्बन्ध में प्रभावी सुझाव देते हुए फार्मेसी कॉलेजों में त्वरित प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ हो इस सम्बन्ध में हमने भेषजी परिषद् से मांग की है।”